थोड़ा ठहर कर तराश ले तू खुद को जो खोया है वो तुझमें ही कहीं मिल! poetryoflifewithlove.blogspot



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 थोड़ा ठहर कर तराश ले तू खुद को
जो खोया है वो तुझमें ही कहीं मिल जाएगा।
अभी तो रास्ता बाकी है मंजिल तक जाने का
ये मत सोच के तेरा सूरज यूँ ही ढल जाएगा....!!!!

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